पेरिस आतंक-मानवता पर हमला - संवेदना व निंदा
फ्रांस आतंकवाद का खत्मा करने के लिए प्रतिबद्धः फें्रकोइस रिचर
नई दिल्ली, 29 नवम्बर, 2015ः दिल्ली पूर्व विधायक विजय जौली के नेतृत्व में दिल्ली स्ट्डी ग्रुप ने 13 नवम्बर 2015 पेरिस आतंकी हमलों में 130 निर्दोष नागरिकों की हत्या पर नई दिल्ली में विरोध सभा आयोजित कर संवेदना प्रकट की।
पेरिस आतंकी हमलों की भारत में फ्रांस के राजदूत फ्रेंकोइस रिचर के संग दिल्ली स्ट्डी ग्रुप अध्यक्ष विजय जौली ने सार्वजनिक जनसभा में इसकी घोर निन्दा व भर्त्सना की। मशहूर हिन्दी गायक शंकर सहानी, शमशेर मेंहदी व बिग बोस टीवी सिरियल की प्रसिद्ध अभिनेत्री मिस. पूजा मिश्रा उपस्थित रहे।
इस अवसर पर फ्रांस के राजदूत ने सफेद पुष्प व मोमबत्तियॉ जलाकर आतंकी हमलों में मारे गये लोगों को श्रृद्धांजलि दी। ‘‘वैश्विक आतंक’’ को कुचलने के लिए भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृढ़ संकल्प को विजय जौली ने मुखर होकर दोहराया। 15 से भी ज्यादा देशों के राजदूत, उच्चायुक्त व राजनीतिक सलाहकारों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। तथा भारत के पड़ोसी भूटान, श्रीलंका, चीन तथा पाकिस्तान के राजनयिक शामिल थे।
फ्रांस के राजदूत ने इस अवसर पर बोलते हुए पेरिस आतंकी हमलों को द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे घातक करार दिया। उन्होंने कहा कि यूरोपियन यूनियन में वर्ष 2004 के मैडरिड ट्रेन बम् बिस्फोटों के बाद यह सबसे बड़ा खूनी हमला हैं। यह फ्रांस के खिलाफ युद्ध है। उन्होंने इस अवसर पर फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रेंकोइस होलैण्डे द्वारा वैश्विक आतंकवाद का खत्मा करने के संकल्प को दोहराया। इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक व आईएसआईएल के आतंकवाद की इस अवसर पर जमकर निन्दा की गई। फ्रांस के राजदूत ने दिल्ली स्ट्डी ग्रुप अध्यक्ष विजय जौली व उनकी टीम को इस कार्यक्रम को आयोजित करने पर बधाई दी।
दिल्ली स्ट्डी ग्रुप अध्यक्ष विजय जौली ने कार्यक्रम में बोलते हुए स्मरण कराया कि दुनियॉ के पहले हवाई आतंकी हमले को मिस. लीला खालिद, सदस्या पापुलर फ्रन्ट फॉर फिलिस्तीनी मुक्ति मोर्चा द्वारा 6 सितम्बर 1970 को न्यूयार्क से डमास्कस की ईआईएआई-2019 के हवाई जहाज को अगवा कर हीथ्रो एयरपोर्ट पर जबरन उतारा गया था। लेकिन दुनियॉ ने इसके उपरांत इजराईल व फिलीस्तीन के मुद्दों का समाधान नहीं ढॅूढा। तथा आज पूरी दुनियॉ आतंकी हमलों की लपटों में जल रही है। श्री जौली ने कहा कि आज इस बात का विश्लेषण करने की आवश्यकता है कि दुनियॉ में मुसलमानों व गोरी चमड़ी के लोगों के बीच नफरत व घृणा के क्या कारण है ? तथा जौली ने कहा कि इन मुद्दों का समाधान शीघ्र व ईमानदारी से करने की आज अत्यंत आवश्यकता है।